२०१० दीवाली पूजा का मुहूर्त

तारीख - ५ - नवम्बर २०१०
दिन - शुक्रवार
प्रदोष काल - १७ . ३३ - २०. ०१ सायं
निशीथ काल - २०. १२ से २२. ५१ तक सायं
महा निशीथ काल - २२:५१ से १: ३० तक

करणीय कार्य - 
प्रदोष काल मे मंदिर मे दीप दान , रंगोली और पूजा की पूर्ण तयारी कर लेनी चाहिए. इसी  समय मे  मिठाई वितरण कार्य भी संपन्न कर लेना चाहिए. द्वार प़र स्वस्तिक और शुभ लाभ का सिन्दूर से निर्माण भी इसी समय करना चाहिए .
 निशीथ काल मे मंत्र जाप , विधि विधान से धन लक्ष्मी का आहवाहन एवं पूजन , गल्ले की पूजा तथा हवन इत्यादि कार्य सम्पूर्ण कर लेना चाहिए.
महानिशीथ काल में इष्ट देव का ध्यान , गुरु मंत्र का जाप और तंत्र साधना करनी चाहिए.

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